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लेखनी प्रतियोगिता -29-Sep-2023

🥀🥀 बरसात🥀🥀

 विजय पोखरणा "यस"

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

बारिश ऋतु का आगमन
कोमल कली का पदार्पण
भौरों का मधुर गुंजन
तितलियों का मंडराना
प्रकृति का अनुपम उपहार देना

दुल्हन का कली सा मुस्कराना
छम छम सा छीटों का मधुर संगीत बिखेरना
मानो नवविवाहिता का हो आगमन
फिजा में भीनी भीनी सुगंध का सा फैलना
कली ओर बारीश का पदार्पण 
प्रकृति का सर्वोत्तम उपहार का हो समर्पण 

कली का श्रृंगार प्रकृति ने किया
ईस अनुपम श्रृंगार का नहीं सानी कोई 
कली का रुप के वजन से झुकना 
जैसे दुल्हन का श्रृंगार के वजन से लजाना
प्रकृति कि अनुपम उपहार का बरसाना
मानो नवविवाहिता का हो आगमन ।।

✍️ विजय पोखरणा "यस"
💐💐🙏 HBU EXTN, 
AJMER (Raj)
9530399703         
Director of Modulus Academy
Committed towards excellent education and Consultant for Higher study in Abroad at renowned foreign universities and colleges 🙏💐💐

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9 Comments

Milind salve

01-Oct-2023 10:41 AM

V nice

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HARSHADA GOSAVI

01-Oct-2023 07:23 AM

Amazing poem sir

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Punam verma

30-Sep-2023 08:53 AM

Very nice

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